अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में बीटीसी डिग्रीधारकों के लिए स्नातक में 50 प्रतिशत अंकों की शर्त समाप्त कर दी गई है। अब स्नातक में 50 प्रतिशत से कम अंक पाने वाले बीटीसी, डीएडधारक भी आवेदन कर सकेंगे।
विभागीय जानकारों के अनुसार 2001 से पहले प्रदेश में बीटीसी में प्रवेश के लिए परीक्षा होती थी। बाद में मेरिट की व्यवस्था की गई जिसमें स्नातक में 50 प्रतिशत अंक की बाध्यता कर दी गई। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने भी अपने नियमों में स्नातक में 50 प्रतिशत से कम अंकों की छूट दे रखी है। शासनादेश के अनुसार यदि कोई अभ्यर्थी केवल भाषा शिक्षक के लिए टीईटी करना चाहता है तो वह सिर्फ एक भाषा के लिए टीईटी दे सकेगा। यदि कोई उर्दू केलिए फार्म भर देता है तो वह अन्य किसी भाषा के लिए आवेदन नहीं कर पाएगा। शासन ने मंडल मुख्यालय से 15 किमी दूर भी परीक्षा केंद्र बनाने की अनुमति दे दी है।
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